पेट ठीक करने के उपाय
आजकल की भागदौड़ वाली जीवनशैली में खाने पीने का पूरा ध्यान रख पाना मुश्किल होता जा रहा है। जो भी खाद्य पदार्थ आप बाज़ार से खरीदते हैं उनमें इतने हानिकारक चेमिकल्स होते हैं कि वह हमारे शरीर में पोषक तत्वों की कमी पूरी करने की बजाये आपको और बीमार बना देता है। आपके खानपान का सीधा असर आपकी आँतों पर होता है। हमारे समाज में एक कहावत बहुत लोकप्रिय है कि “लोगों के दिल का रास्ता उनके पेट से होते हुए जाता है” लेकिन अगर असल में देखा जाये तो मस्तिष्क और पुरे शरीर के स्वास्थ्य का रास्ता पेट से ही गुज़रता है।
अगर आप संतुलित आहार का सेवन करते हैं तो आपका स्वास्थ्य भी अच्छा बना रहता है और मानसिक रूप से तनाव कम होता है लेकिन अगर खान पान में गड़बड़ी होती है तो वह आपके पाचनतंत्र को भी प्रभावित करता है। अगर आपका पाचनतंत्र प्रभावित होता है तो उसका असर शरीर के अन्य हिस्सों पर भी दिखयी देने लगता है। आपको पहले की तुलना में अधिक थकान, नींद आना, जी मिचलाना आदि जैसे लक्षण दिखाई देंगे। यही वो संकेत होते हैं जिससे आपके पेट की सेहत का पता चलता है।
इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से हम पेट ठीक करने के उपाय और उन 4 संकेतों के बारे में भी जानेंगे जो बताते है कि आपको पेट की सेहत पर तुरंत ध्यान देने की जरुरत है और उनके उपायों के बारे में भी जानेंगे। (ये भी पढ़े : शुगर को कंट्रोल कैसे करें?)
विटामिन बी काम्प्लेक्स की कमी (vitamin B complex ki kami)
विशेषज्ञों की राय माने तो इसका सीधा सम्बन्ध आपके जीवनशैली और खानपान से होता है। आजकल ज्यादातर लोग भोजन में आंटे की जगह मैदा का प्रयोग करते हैं जिससे उनके शरीर में विटामिन बी काम्प्लेक्स की कमी हो जाती है और उनका मेटाबॉलिज्म भी पहले की अपेक्षा धीमा होता जाता है। आपके पेट को स्वस्थ रखने के लिए तथा पाचनतंत्र को सही बनाये रखने के लिए अपने भोजन में फाइबर, दही, छाछ और फर्मेन्टेड फ़ूड आइटम्स को शामिल करें। इससे विटामिन बी काम्प्लेक्स की कमी भी पूरी हो जाएगी और आपका गट भी स्वस्थ रहेगा। आप जितना हो सके मिर्च मसाले और तेल वाले खाद्य पदार्थों से परहेज करें।
ये 4 संकेत बताते हैं कि आपको पेट की सेहत पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत
थकान होना : जब आपके गट हेल्थ में कोई भी उतार चढाव होता है तो आप किसी भी काम को करने में थकान अनुभव करने लगते हैं। इसकी वजह से आपकी रोजमर्रा की गतिविधि भी प्रभावित होती है। आपको चलने में भी थकान का अनुभव होने लगता है।
पेट दर्द होना: पेट का स्वास्थ्य ख़राब होने पर आपको उल्टी, मतली और जी मिचलाने जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है। पेट में गैस बनने लगता है और ब्लोटिंग की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है। एसिडिटी की वजह से सीने में जलन भी महसूस होता है।
ऑटोइम्म्युन बिमारियों का जोखिम: अगर आपके गट का स्वास्थ्य ठीक न हो तो आपको थयरॉइड, अर्थराइटिस जैसी ऑटोइम्म्यून बिमारियों के होने का खतरा बना रहता है।
बार बार भूख लगना: जिन लोगों का गट कमजोर होता है उन्हें बार बार कुछ खाने की क्रेविंग होती है। शरीर में हानिकारक बैक्टीरिया का ग्रोथ होता है और उसके कारक मीठा खाने की इच्छा होती है। खान पान की इस लापरवाही से वजन बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है और आपका ब्लड शुगर भी नाकारात्मक रूप से प्रभावित होता है।
इसी के साथ स्किन में इर्रिटेशन होना, कील मुहांसे का निकलना भी पेट की सेहत ख़राब होने के लक्षण हो सकते हैं। आपके पेट की वजह से आपका मानसिक स्वास्थ्य भी खराब हो सकता है। ऐसी स्थिति में पेट के साथ आपका मूड भी ख़राब रहने लगता है और आप स्वभाववश चिड़चिड़े हो जाते हैं।
पेट ठीक करने के घरेलू उपाय
प्रोबाओटिक्स को अपनी डाइट में शामिल करें: जिन लोगों के पेट की सेहत ख़राब हो रही है और ये 4 संकेत दिखाई दे रहे हैं उन्हें अपनी डाइट में प्रोबायोटिक्स को शामिल करने की जरुरत है। इसके लिए आप दिन भर में कम से कम एक बार दही या छाछ का प्रयोग कर सकते हैं। आप अपने पाचनतंत्र में सुधार लाने के लिए आप अपने आहार में फाइबरयुक्त खाद्य पदार्थ शामिल कर सकते हैं। आप मिर्च, मसाला और तेल वाले भोजन से जितना परहेज करेंगे आपके स्वास्थ्य के लिए उतना अच्छा होगा। अपनी बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए आप घर पर ही हर्बल टी, जीरे का पानी आदि बनाकर पी सकते हैं।
हल्का खाना खाएं: पेट की सेहत का ख्याल रखते हुए आप इस बात का ध्यान रखें कि कभी भी एक बार प्लेट भरके खाना न खाएं बल्कि भोजन को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटकर थोड़ी थोड़ी देर में खाते रहे। इस प्रकार खाने से आपको न तो एसिडिटी होती है न ही ब्लोटिंग और खाना आसानी से पचता भी है।
शरीर को डिहाइड्रेट न होने दें: आपके शरीर में एक उचित मात्रा में पानी का मौजूद होना बहुत जरुरी है। शरीर में पानी की कमी होते ही आप बीमार होने लगते हैं और उसका असर आपके पेट पर दिखाई देता है। इसके लिए आप समय समय पर पानी पीते रहें। इससे आप बहुत सारी संक्रामक बिमारियों से भी बचे रहेंगे। नियमित व्यायाम करें: नियमित रूप से रोजाना एक घंटे एक्सरसाइज करने से आपका मेटाबॉलिज्म सही रहता है और पाचन शक्ति भी अच्छे से काम करती है। इससे आपका वजन भी नियंत्रित रहता है और पेट की बिमारियों से भी राहत मिलती है।
(ये भी पढ़े : रातों रात गोरा होने के उपाय)
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